Deepawali 2021 दीपावली क्यों मनाई जाती हैं?
Deepawali 2021 :- भारतीय संस्कृति के अनुसार माना जाता है, की जब भगवान श्रीराम जी रावण को हराकर(वध) कर और साथ चौदह वर्ष का वनवास पूरा कर के जब अपने राज्य आयोध्या लौटे तो वहाँ के नगरवासियों ने खुशीसे दौड़ पड़ा, और पूरे अयोध्या को दीप जलाकर रोशनी से सजा दिया गया था। उसी दिन से ही भारतीय संस्कृतिक के अनुसार भारतवर्ष में दीपावली का चलन शुरू हो गया।
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Deepawali 2021 दीपावली कब मनाई जाति हैं?
प्रत्येक साल कार्तिक महीना के आमावस्या के दिन मनाया जाता हैं भगवान श्री राम इसी दिन अपने राज्य अयोध्या लौटे थे। । यह कैलेंडर के अनुसार अक्टूबर या नवम्बर महीने में पड़ता हैं। अमावस्य के अँधेरी रातो मे पुरे भारतवर्ष में दीपो से जगमगाने लगती हैं। यह हर वर्ष मनाऐ जाने वाले हिन्दुओ का एक प्राचीन त्यौहार हैं। दीपावली भारत के सबसे महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है।
Deepawali 2021 दीपावली में किनका पूजा करते हैं और कैसे?
दीपावली के दिन मुख्य तौर पर देवी लक्ष्मी जी और भगवन श्री गणेश जी का पूजा किया जाता हैं। वही पश्चिम बंगाल,उड़ीसा और असम में इस शुभ अवसर पर माँ काली की पूजा की जाती है। पश्चिम बंगाल में लक्ष्मी पूजा दशहरे के 6 दिन बाद की जाती है जब कि दीवाली के दिन माँ काली की पूजा किया जाता है। लक्ष्मी पूजन की पूरी तैयारी संध्या से सुरु की जाती है। यही लक्ष्मी जी की पूजा करने से सुख-समृद्धि आती है। माँ लक्ष्मी भोग की अधिष्ठात्री देवी हैं इनकी सिद्धि से ही जीवन में भौतिक सुख सुविधाए प्राप्त होती हैं।
2021 में दिवाली कब है? (When is Diwali in 2021)
दीपावली 2021 से सम्बंधित महत्वपूर्ण तिथि |
दीपावली कब हैं ? | 04 नंबर 2021 |
अमावस्या की तिथि प्रारंभ | 04 नंबर 2021 को प्रातः 06:03 मिनट से |
अमावस्या की तिथि समाप्त | 05 नंबर 2021 को प्रातः02:44 बजे तक |
दिवाली लक्ष्मी पूजा की मुहूर्त | शाम 06 बजकर 09 मिनट से रात्रि 08 बजकर 20 मिनट |
शुभ मुहूर्त की अवधि | 1 घंटे 55 मिनट |
प्रदोष काल | 17:34:09 से 20:10:27 तक |
वृषभ काल | 18:10:29 से 20:06:20 तक |
Diwali Par Nibandh, essay diwali in hindi दीपावली पर निबंध निम्न है:-
- दीपावली दीपो का त्योहार हैं।
- दीपावली पर्व हिन्दुओ के एक महत्पूर्ण पर्व हैं, जिसमे माँ लक्ष्मी और श्री गणेश जी की पूजा की जाती हैं।
- दीपावली पर्व हर साल कार्तिक माह अमावस्य को मनाई जाती है।
- इस दिन भगवन श्रीराम जी आपना चौदह वर्ष के वनवास पूर्ण करके आयोध्या वापस लौटे थे।
- भगवन श्रीराम जी के घर वापस लौटने की खुशी में हर्ष उल्लास मनाया गया था वही परम्परा आज भी जारी रखा गए हैं।
- दीपावली पूजा धनतेरस,दिवाली, गोवर्धन पूजा, नरक चतुर्दशी और भैया दूज त्यौहार का माना जाता हैं।
- दीपावली वाले दिन संध्या के समय सभी अपने अपने घरो में श्रीगणेश, माता लक्ष्मी और सरस्वती जी की पूजा करते हैं।
- पूजा हो जाने के बाद सभी अपने बड़ो का आशीर्वाद लेते हैं।
- दीपावली के अवसर पर लोग एक दूसरे को उपहार और मिठाईया भी देते हैं।
- दीपावली के दिन बच्चे और बड़े सभी मिलकर खूब सारा पटाखे जलते हैं।
- दीपावली पूजा के एक हफ्ते बाद ही छठ पूजा मनाई जाती है जोकि बिहार का सबसे बड़ा प्रमुख त्यौहार मन जाता है। और पढ़े।
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