Vishwakarma Pooja 2021 : विश्कर्मा पूजा क्यों मानते हैं और कब मानते हैं?
Vishwakarma Pooja :- हर साल की भाति इस साल भी विश्वकर्मा पूजा 17 सितंबर 2021 दिन शुक्रवार को मनाया जायगा।जो की इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग में विश्वकर्मा पूजा मनाया जायेगा। हिन्दू धार्मिक के मान्यताओं के अनुसार हर वर्ष सूर्य की कन्या संक्रांति पर किया जाता है। हर वर्ष की भाती इस वर्ष भी 17 सितम्बर 2021 को रात 01 बज कर 29 मिनट पर सूर्य की कन्या संक्रांति का क्षण है। जो की इस दिन राहुकाल सुबह 10 बजकर 43 मिनट से दोपहर 12 बजकर 15 मिनट तक रहेगा। हलाकि आप राहुकाल को छोड़कर आप विश्वकर्मा पूजा का आयोजन रखें। सर्वाथ सिद्धि का योग होता हैं । प्रातः :06 बजकर 07 मिनट से प्रारंभ होगा।आप इस समय से पूजा कर सकते है।
Table of Contents

विश्वकर्मा पूजा 17 सितंबर को ही क्यों मनाया जाता है?
भगवान विश्वकर्मा जी का जन्म आश्विन मास की कृष्णपक्ष की प्रतिपदा तिथि को हुआ एक मान्यता के मुताबिक मानते हैं। विश्वकर्मा पूजा को सूर्य पारगमन के आधार पर तय किया गया विश्वकर्मा पूजा हर साल 17 सितंबर को मनाया जाता है।
विश्वकर्मा पूजा का मतलब क्या होता है?
Vishwakarma :- विश्वकर्मा भगवान कौन थे?
महर्षि अंगिरा के ज्येष्ठ पुत्र बृहस्पति की बहन (sister) भुवना जो ब्रह्मविद्या जानने वाली थी वह अष्टम् वसु महर्षि प्रभास की पत्नी बनी और उससे सम्पुर्ण शिल्प विद्या के ज्ञाता प्रजापति विश्वकर्मा जी का जन्म हुआ। पुराणों में कहीं योगसिद्धा,वरस्त्री नाम भी बृहस्पति की बहन(sister) का लिखा है।
Also Read:- वेबसाइट क्या होता हैं :: What Is Website ?
Vishwakarma Bhagwan :- भगवान विश्वकर्मा पूजा के लिए जरूरतमंद सामग्री क्या है?
Vishwakarma Bhagwan :- भगवान विश्वकर्मा जी के पूजा के लिए जरूरतमंद सामग्री जैसे अक्षत, चंदन,फूल, धूप, अगरबत्ती, दही, रोली, रक्षा सूत्र,सुपारी,फल, मिठाई इत्यादि सभी पूजा के चीजे एकत्र कर लें इसके बाद आप विधि—विधान से पंडितजी के माध्यम से कलश को स्थापित करे फिर पूजा को प्रारंभ करें। 17-sep-2021
हमेशा अपडेट रहने के लिए हमारा ग्रुप ज्वाइन करें। |
Story Of Vishwakarma Pooja:- विश्वकर्मा पूजा की कहानी?
विश्वकर्मा जी के पूजा हर साल कन्या संक्रांति के दिन ही मनाई जाती है. इस दिन भगवान विश्वकर्मा जी के साथ ही कारखानों में औजारों की पूजा किया जाता है और साथ ही फैक्ट्रियों में भी औजारों की पूजा किया जाता हैं कथाओं(कहानी )के अनुसार इस दिन भगवान विश्वकर्मा का जन्म (Birth) हुआ था मान्यता के अनुसार भगवान विश्वकर्मा जी को संसार का पहला वास्तुकार और इंजीनियर माना गया हैं। कथाओं के अनुसार ऐभी माना जाता है की इन्होनें ब्रह्मा जी के साथ मिलकर इस सृष्टि का निर्माण किया था।
अगर आप सभी में से कोई भी किसी अन्य प्रकार के फॉर्म का पीडीएफ फॉर्म चाहते हैं तो हमें नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करें धन्यवाद:- www.biharform.com |