Vanshavali और Banshawali दोनों एक ही प्रमाण पत्र को कहा जाता हैं, लोगो का कहने का तरीका अलग-अलग होता हैं। इस आर्टिकल में आपको वंशावली से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकरी प्राप्त होगा, आर्टिकल को अंत तक पढ़े।
Vanshavali क्या हैं?
आज-कल के समय में बहुत ही ज्यादा इस्तेमाल होने वाला प्रमाण पत्रों में से एक हैं वंशावली, इसका इस्तेमाल जमीन से सम्बंधित कार्यो में होता हैं। वंशावली से यह स्पष्ट साफ होता हैं की आपके पूर्वजो के हिस्से में कितना सम्पति हैं। और उस सम्पति में वर्तमान समय में मालिकाना हक किस-किस व्यक्ति का हैं। जो आपको पूर्वजो से मिला हुआ हैं। वंशावली में आपके पूर्वजो का नाम पढ़ी दर पीढ़ी लिखा रहता हैं। आपके मन में एक सवाल आया होगा की Vanshavali Kaise Banaye? तो आज के इस आर्टिकल में आपको पूरी जानकारी मिलने वाला हैं।
वंशावली का मतलब होता हैं जो सम्पति हमें अपने पूर्वजो से मिला हैं, उसका विवरण या इतिहास। वंशावली को English में Genealogy कहते हैं।
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अगर आप अपने नाम से बंशावली बनवाएंगे तो आपका नाम सबसे निचे लिखा जाता हैं। वंशावली को इंग्लिश में Genealogy कहा जाता हैं। Bansawali और Vanshavali दोनों एक ही नाम हैं। वंशावली को English में Genealogy कहते हैं।
वंशावली कितने प्रकार की होती है?
वंशावली मुख्यतः 2 प्रकार के होता हैं। 1. पंचायत स्तर, 2. कोर्ट के द्वरा
वंशावली कौन बनाता है?
वंशावली बनाने का कार्य पंचायत सचिव का होता हैं, अभी तक बिहार वंशावली बनाने का कार्य ग्राम पंचायत के मुखिया और सरपंच भी कर देते थे, तो कुछ कार्य के लिए मान्य होता था। मगर इस वंशवाली में कुछ शिकायत आने के बाद बिहार के पंचायती राज विभाग विशेष कार्य पदाधिकारी आलोक कुमार ने मुखिया/सरपंच द्वारा बनाये गए वंशावली को अमान्य करने को कहा।साथ ही उन्होंने कहाँ की वंशावली बनाने का अधिकार पंचायत सचिव का मुखिया/सरपंच का नही।
वंशावली प्रमाण पत्र कैसे बनाया जाता है?
1. पंचायत स्तर – यदि आप बिहार से हैं और वंशावली प्रमाण पत्र बनवाना चाहते हैं। तो इसके लिए अपने सम्बंधित पंचायत के पंचायत सचिव के पास लिखित आवेदन के साथ वंशावली प्रमाण पत्र Form भर कर देना होगा। आपके दिए गए जानकारी को पंचायत सचिव द्वारा सत्यापन किया जायेगा उसके बाद ही आपको वंशावली प्रमाण पत्र निर्गत किया जायेगा। वंशावली प्रमाण पत्र PDF Download Bihar का लिंक निचे मिल जायेगा।
Vanshavali Kaise Banta Hai, Vanshavali Kaise Banaye
पहला प्रक्रिया हैं, जो आप पढ़े की अपने अपने सम्बंधित पंचायत सचिव के माध्यम अपना वंशावली बनवा सकते हैं। और दूसरा प्रक्रिया हैं की आप कोर्ट/रजिस्ट्री ऑफिस से सभी हिस्सेदार अपने-अपने नाम से अलग-अलग जमाबंदी करवा सकते हैं। मगर यह प्रक्रिया थोड़ा सा लंबा होगा। निचे विस्तार से पढ़े।
वंशावली कोर्ट के द्वरा :- यदि आप वंशावली कोर्ट से बनवाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कुछ पैसे खर्च करना पड़ेगा और ये प्रक्रिया थोड़ा लम्बा होगा मगर भविष्य के लिए बहुत ही फायदे मंद होगा। कोर्ट से बनवाने के लिए आपको एक वकील का मददत लेना होगा। जो वकील आपके सभी पेपर को तैयार करेगा। जिसमे आपके हिस्से का जमीन का विवरण रहेगा। इस पेपर पर सभी हिस्सेदार का नाम एवं जमीन का विवरण रहेगा।
वकील/कातिब द्वारा बनाये गए दस्तावेज पर सभी हिस्सेदार को अपना-अपना हस्ताक्षर करना होता हैं, उसके बाद आपके अंचल पाधिकारी के माध्यम से वेरिफिकेशन होता हैं। सत्यापन प्रक्रिया पूरा होने के बाद ऑनलाइन दाखिल खारिज [Mutation] के लिए आवेदन करना होता हैं।
उसके बाद फिर आपके पंचायत कर्मचारी, SI, अंचल पदधिकारी द्वारा सत्यापन होगा, यह प्रक्रिया होने के बाद से सभी हिस्सेदार के नाम से अलग-अलग रसीद कटने लगेगा। यह प्रक्रिया होने के बाद बटवारा से खतियानी जमीन से सम्बंधित सभी विवाद भी खत्म हो जायेगा। इस प्रक्रिया को बटवारा भी कहा जाता हैं।
जब आप इस प्रक्रिया को पूरा कर लेते हैं तो बाद में आपको वंशावली बनवाने की जरुरत नही पड़ेगा, क्योकि जमीन का रसीद स्वं आपके नाम से काटने लगता हैं। और जमीन पर मालिकाना हक आपका होता हैं।
जब जमीन का रसीद आपके अपने नाम से कटने लगेगा तो आपको कई तरह की सुविधा मिल सकता हैं:- जैसे प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना का लाभ, बैंक से KCC लोन इत्यादि।
वंशावली का उपयोग क्या होता हैं ?
वंशावली का उपयोग ज्यादातर जमीन से सम्बंधित कार्य लिए होता हैं, जैसे बैंक से लोन लेना, सरकारी योजना का अनुदान लेने में। जमीन का रजिस्ट्री के बाद दाखिल खारिज कराने में भी कभी वंशावली जरुरत पड़ता हैं। जब आप किसी से खतियानी जमीन में से रजिस्ट्री कराते हैं।
वंशावली प्रमाण पत्र PDF Download Bihar
यदि आप वंशावली प्रमाण पत्र PDF Download Bihar का तलाश कर रहे हैं, तो आपका तलाश पूरा हो चूका हैं, क्योकि हम यहाँ आपको वंशावली प्रमाण पत्र फॉर्म का लिंक देने वाले हैं, जिसे आप Download करके Direct इस्तेमाल कर सकते हैं।
वंशावली प्रमाण पत्र फॉर्म | वंशावली प्रारूप Download |
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Vanshavali Online Bihar
बिहार में अभी वंशावली बनाने के लिए ऑफलाइन प्रक्रिया हैं, ऑनलाइन प्रक्रिया की शुरुआत नही हुआ हैं। यदि भविष्य में होता हैं तो इसी आर्टिकल में अपडेट कर दिया जायेगा।
पहले का वंशावली ?
पहले पंचायत स्तर से वंशावली बनवाने के लिए अपने पंचायत के सरपंच या फिर मुखिया से मिलना होता था। और अपने पूर्वजो का नाम बताना होता था। जिनके नाम से जमीन का रसीद/खतियान होता था। मुखिया/सरपंच अपने Latter Pad पर सभी हिस्सेदार का नाम भी लिखते थे। पीढ़ी दर पीढ़ी लिखते थे और सबसे निचे आवेदक का नाम और वर्तमान हिस्सेदार का नाम होता था। उदहारण के लिए निचे एक पुराना वंशावली प्रमाण पत्र देख सकते हैं।
यह सरपंच द्वारा बनाया गया वंशावली प्रमाण पत्र हैं।
नोट:- दिसंबर 2023 में अंतिम सप्ताह में यह घोषणा किया हैं, की अब फिर सरपंच का वंशावली भी मान्य होगा।
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FAQ’s
वंशावली का अर्थ क्या होता है?
वंशावली में आपके पूर्व यानि की आपके पहले के वंसज का कुछ विवरण रहता हैं।
वंशावली बनवाने में कितना खर्चा आता है?
वंशावली बनवाने कोई खर्च नही लगता हैं। अगर आप कोर्ट से बनवाते हैं तो 50रुपया से 500 रुपया तक लग सकता हैं।
वंशावली को English क्या कहते हैं ?
वंशावली को English में Genealogy कहते हैं।
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निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में आपको वंशावली से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी दिया गया हैं। यह जानकारी आपको कैसा लगा हमें Comment करके बताये और अपने दोस्त, रिस्तेदारो के साथ Share करे।
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