Type of E mail – ई मेल कितने प्रकार के होते हैं ? ई मेल के प्रकार, E Mail Kitne Prakar Ke Hote Hai इस आर्टिकल में आप जानेंगे की ई मेल कितने प्रकार के होते है, और किस प्रकार के ई मेल (Type of Email) के क्या लाभ और क्या नुकसान होता हैं।
Type of E mail, E Mail Kitne Prakar Ke Hote Hai
मुख्यतः ई मेल दो प्रकार की होती हैं :-
Table of Contents
- वेब आधारित ई मेल (Web Based Email).
- पॉप आधारित ई मेल(Pop Based E mail).
1. वेब आधारित ई मेल (Web Based Email):- यह एक ऐसी ई मेल सेवा हैं जो कुछ व्यावसायिक वेबसाइट कंपनी अपने उपयोगकर्ताओं(यूजर) को निःशुल्क ई मेल उपलब्ध कराती हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको उस वेबसाइट को खोलना होगा उस पर अपना ई मेल खाता बनाना होगा। यहाँ पर अपना पर्सनल जानकारी साझा करते हुए एक फॉर्म को भरना होगा,इसमें आपका नाम और मोबाइल नंबर महत्पूर्ण और पासवर्ड होगा।
जब आप ये फॉर्म सफलता पूर्ण भर लेंगे तब आपको लॉगिन नेम (Login Name) और पासवर्ड (Password) मिल जायेगा जिसका उपयोग करके आप अपने ई मेल खाते को खोल सकते हैं उससे कही भी ई मेल भेज सकते हैं कही से भी ई मेल प्राप्त कर सकते हैं।
वेब आधारित ई-मेल के महत्पूर्ण लाभ:- Type of E mail
वेब आधारित ई-मेल का सबसे बड़ा फायदा यह हैं की आप अपने ई मेल खाते(Account) को कही भी कभी भी खोल सकते हैं उसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको उस वेबसाइट को खोलना होगा जिस वेबसाइट पर आप अपना ई मेल आडी बनाये हैं।वेब आधारित ई मेल खाता (Account) निःशुल्क होता हैं, इसलिए कोई भी अतिरिक्त खर्चा नही होता हैं।
वेब आधारित ई-मेल के कमियाँ:-
Type of E-mail:- वेब आधारित ई मेल खाते (Account) में सबसे बड़ी कमियाँ यह हैं की आप इसमें ऑफलाइन(बिना इंटरनेट कनेक्शन के) कार्य नही कर सकते हैं। आपको कोई भी ई मेल तैयार करने या कोई मेल पढ़ने के लिए लगातार इंटरनेट कनेक्शन से जुड़े रहना और उसे वेबसाइट को भी खोले रखना आवशयक होता हैं,जिससे आप ई मेल खाता बनाये हुए हैं। इस ई मेल में ये भी कमियाँ होता है की अटैचमेंट (Attachment) के रूप में भेजी जाने वाली फाइलों की आकार और संख्या पर एक लिमिटेड सिमा का प्रतिबंध होता हैं।
2.पॉप आधारित ई मेल(Pop Based E mail):- पॉप(Pop) का पूरा नाम पोस्ट ऑफिस प्रोटोकॉल(Post Office Protocol) होता हैं। यह एक ऐसा प्रोटोकॉल हैं,जो वेब सर्वर के साथ अपनाया जाता हैं। जब हम और आप किसी इंटरनेट सेवा देने वाली कंपनी से इंटरनेट कनेक्शन लेते हैं तो हमें ओ कंपनी यूजरनेम और पासवर्ड के साथ एक ईमेल आईडी भी देता हैं।
यह ई मेल आ डी एक तरह से खाता जैसे होता हैं इसे मेल बॉक्स भी कहा जाता हैं। आपके नाम से आई हुई सभी महत्पूर्ण मेसेज इसी खाते में जमा रहता हैं। आप अपने जरुरत के अनुसार उस मेसेज को कभी भी पढ़ सकते हैं। इस खाते को खोलने के लिए आपको यूजर नेम और पासवर्ड की जरुरत पड़ता हैं।
पॉप आधारित ई-मेल के महत्पूर्ण लाभ:-
- पॉप आधारित ई-मेल खाते से हमें सबसे ज़्यदा महत्पूर्ण लाभ यह हैं की हम ऑफलाइन(बिना इंटरनेट कनेक्शन के जोड़े) भी अपना ई मेल तैयार कर सकते हैं। और फिर अपने जरुरत के अनुसार इंटरनेट कनेक्शन को जोड़ कर एक साथ उन सभी को भेज सकते हैं।
- इसमें इंटरनेट कनेक्शन से जोड़े रखने पर काफी कम इंटरनेट डाटा का इस्तेमाल होता हैं।
- अपने ई मेल पर आयी हुई ई मेल को डाउनलोड कर सकते हैं और उसे ऑफलाइन कभी भी पढ़ सकते हैं।
- इस माध्यम से आप बड़े आकार की फाइलों को भी अन्य लोगो को ई मेल के साथ अटेचमेंट के रूप में आसानी से भेज सकते हैं।
पॉप आधारित ई-मेल के महत्पूर्ण नुकसान:-
Type of E-mail:- पॉप आधारित ई मेल में सबसे बड़ा कमिया यह हैं की उस ई मेल को सिर्फ उन कंप्यूटर में ही खोला जा सकता हैं जो इंटरनेट सेवा देने वाली कंपनी के सर्वर से जुड़ा हुआ हो। इसका अर्थ यह हैं की सामान्यतः आप दूसरे देश या राज्यों या फिर दूसरे शहरो में अपने ई मेल को नही खोल सकते हैं।
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में आप ईमेल के प्रकार के बारे में पढ़े। यह जानकारी आपको कैसा लगा हमें कमेंट करके बताये। और अपने दोस्तों के साथ शेयर करें।
आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए आपको हमारे BiharForm.com टीम की ओर से धन्यवाद।